SEO और Digital Marketing में एक्सपर्ट कैसे बनें

आजकल एसईओ (Search Engine Optimization) और डिजिटल मार्केटिंग की समझ, किसी भी इंसान या बिजनेस के लिए ज़रूरी है। अगर आप नया करियर शुरू करना चाहते हैं, अपना बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं, या बस अपने मार्केटिंग के तरीके सुधारना चाहते हैं, तो ये स्किल सीखना ज़रूरी है।


लेकिन सवाल ये है कि इस बदलते हुए फील्ड में बेहतर तरीके से कैसे सीखा जाए? इस आर्टिकल में, मैं आपको एसईओ और डिजिटल मार्केटिंग के बेसिक्स से लेकर एक्सपर्ट बनने के तरीके बताऊंगा।


SEO और Digital Marketing में एक्सपर्ट कैसे बनें


बेसिक्स से शुरुआत: क्यों और क्या जानना है

किसी भी स्किल को सीखने के लिए ज़रूरी है कि उसकी बेसिक्स की समझ हो। एसईओ और डिजिटल मार्केटिंग में भी ऐसा ही है।


क. डिजिटल मार्केटिंग क्या है?: डिजिटल मार्केटिंग एक बड़ा टॉपिक है जिसमें कई चीजें शामिल हैं। ठीक से सीखने के लिए, आपको इन सभी के बारे में पता होना चाहिए:


सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO): ये समझना कि Google, Bing जैसे सर्च इंजन कैसे काम करते हैं, कैसे वो कंटेंट को ढूंढते हैं, इंडेक्स करते हैं और रैंक करते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM): फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, एक्स (ट्विटर) पर लोगों से जुड़ना और अपने ब्रांड को बनाना।

कंटेंट मार्केटिंग: लोगों को अट्रैक्ट करने के लिए उपयोगी और सही कंटेंट बनाना।

ईमेल मार्केटिंग: ईमेल के ज़रिए कस्टमर्स को और लीड्स को ग्राहकों में बदलना।

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) और पीपीसी (PPC): Google Ads जैसे प्लेटफॉर्म पर पैसे देकर एड 
चलाना।

वेब एनालिटिक्स: डेटा को समझना और मार्केटिंग के कामों को मापने और सुधारने के लिए इस्तेमाल करना (जैसे Google Analytics) ।


ख. एसईओ के ज़रूरी चीज़ें: एसईओ को अच्छे से समझना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि ये डिजिटल मार्केटिंग के कई हिस्सों को इफेक्ट करता है।


ऑन-पेज एसईओ: वेबसाइट के हर पेज को ठीक करना। इसमें कीवर्ड रिसर्च, टाइटल टैग, मेटा डिस्क्रिप्शन, हैडर टैग (H1, H2), यूआरएल स्ट्रक्चर और अच्छा कंटेंट बनाना शामिल है।

ऑफ-पेज एसईओ: वेबसाइट की इमेज और लोगों का वेबसाइट पर ट्रस्ट बनाना। इसमें बैकलिंक्स बनाना, ब्रांड के बारे में बातें करना और सोशल मीडिया पर प्रमोशन करना शामिल है।

टेक्निकल एसईओ: ये पक्का करना कि सर्च इंजन आपकी वेबसाइट को आसानी से खोज और इंडेक्स कर सकें। इसमें वेबसाइट की स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली होना, साइटमैप और स्ट्रक्चर्ड डेटा शामिल हैं।



सीखने के लिए अच्छे रिसोर्स और प्लेटफार्म

डिजिटल मार्केटिंग हमेशा बदलती रहती है, इसलिए ज़रूरी है कि आप भरोसेमंद जानकारी वाले रिसोर्स का इस्तेमाल करें।


1. ऑफिशियल और फ्री पढ़ाई प्रोग्राम: ये शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह हैं क्योंकि ये इंडस्ट्री के एक्सपर्ट देते हैं और ज़्यादातर फ्री होते हैं।


Google Grow / Digital Workshop: ये गूगल के फ्री कोर्स हैं जो डिजिटल मार्केटिंग समझने के लिए बहुत बढ़िया हैं। Google Analytics और Google Ads सीखने के लिए Skillshop ज़रूरी है।

Google Search Central: ये गूगल की ऑफिशियल वेबसाइट है जहाँ एसईओ के बारे में अच्छी जानकारी, अपडेट और गाइडलाइन मिलती हैं।

Semrush Academy और HubSpot Academy: ये प्लेटफॉर्म एसईओ, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया और इनबाउंड मार्केटिंग पर फ्री कोर्स और सर्टिफिकेट देते हैं, जिनकी इंडस्ट्री में बहुत वैल्यू है।


2. एक्सपर्ट्स के ब्लॉग और पॉडकास्ट: इंडस्ट्री में क्या नया हो रहा है, ये जानने के लिए ज़रूरी है कि आप कुछ ब्लॉग और एक्सपर्ट्स को फॉलो करें:


Moz, Search Engine Land, Search Engine Journal, Ahrefs, Semrush Blog: ये वेबसाइटें एसईओ और पीपीसी पर डीटेल आर्टिकल, केस स्टडी और अपडेट देती हैं।

यूट्यूब चैनल: Google Search Central, Ahrefs, Semrush और कई डिजिटल मार्केटिंग सिखाने वालों के यूट्यूब चैनल विज़ुअल लर्निंग के लिए बहुत अच्छे हैं।


3. स्ट्रक्चर्ड ऑनलाइन कोर्स और सर्टिफिकेट: अगर आप एक स्ट्रक्चर्ड पढ़ाई का एक्सपीरियंस चाहते हैं तो:


Coursera और Udemy: ये प्लेटफॉर्म डिजिटल मार्केटिंग, डेटा एनालिटिक्स और ई-कॉमर्स पर सर्टिफिकेट और कोर्स देते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग इंस्टिट्यूट: कई प्राइवेट इंस्टिट्यूशन डीटेल में ट्रेनिंग और गाइडेंस देते हैं। लेकिन, किसी को भी चुनने से पहले उनके कोर्स की क्वालिटी, टीचर और प्लेसमेंट रिकॉर्ड की अच्छी तरह जांच कर लें।



प्रैक्टिस से ही आप एक्सपर्ट बनेंगे

एसईओ और डिजिटल मार्केटिंग में सिर्फ थ्योरी से काम नहीं चलेगा। असल एक्सपीरियंस ही आपको अच्छा मार्केटर बनाएगा।


1. अपनी खुद की वेबसाइट/ब्लॉग बनाएं: ये सबसे ज़रूरी और अच्छा तरीका है। अपनी वेबसाइट बनाना एक लैब की तरह है जहाँ आप ये चीजें खुद से कर सकते हैं:


कीवर्ड रिसर्च और कंटेंट: अपने पसंद के किसी टॉपिक पर ब्लॉग शुरू करें। कीवर्ड ढूंढें और उन पर कंटेंट लिखें।

ऑन-पेज ऑप्टिमाइजेशन: अपनी कंटेंट में टाइटल टैग, मेटा डिटेल्स, यूआरएल और इमेज एसईओ ठीक करें।

टेक्निकल एसईओ का एक्सपीरियंस: WordPress जैसे सीएमएस का यूज़ करें, Yoast या Rank Math जैसे एसईओ प्लगइन सेट करें, साइट की स्पीड बढ़ाएं और मोबाइल फ्रेंडली बनाएं।

Google Analytics और Search Console सेट करें: इन दोनों टूल को अपनी साइट पर इंस्टॉल करें और वेबसाइट के परफॉर्मेंस को देखें। जानें कि कौन से कीवर्ड ट्रैफिक ला रहे हैं और कौन से पेज अच्छा नहीं कर रहे हैं।

लिंक बिल्डिंग: दूसरी वेबसाइटों से बैकलिंक बनाने की कोशिश करें।


2. लाइव प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप: किसी मार्केटर या एजेंसी के साथ इंटर्नशिप या फ्रीलांस प्रोजेक्ट पर काम करने से आपको असली कस्टमर्स की प्रॉब्लम सुलझाने और प्रेशर में काम करने का एक्सपीरियंस मिलेगा।

एनजीओ की हेल्प करें: अगर इंटर्नशिप नहीं मिल रही है तो किसी एनजीओ की वेबसाइट का एसईओ या सोशल मीडिया मैनेज करने की पेशकश करें।


3. पीपीसी और सोशल मीडिया एड का एक्सपीरियंस: थोड़े पैसे से Google Ads या Facebook Ads पर एड चलाएं।

कम बजट से शुरू करें: 10-20 डॉलर से शुरू करें।

सीखें: कीवर्ड्स पर बोली लगाना, एड लिखना, टारगेटिंग सेट करना और रिजल्ट को देखना सीखें।



डेटा, एनालिसिस और इम्प्रूवमेंट

डिजिटल मार्केटिंग सिर्फ कंटेंट बनाने और पब्लिश करने तक लिमिट नहीं है; ये डेटा पर डिपेंड करता है।


1. एनालिटिक्स में एक्सपर्ट बनें: Google Analytics 4 (GA4) और Google Search Console जैसे टूल को अच्छी तरह समझना ज़रूरी है।


ट्रैफिक के सोर्स को समझें: ऑर्गेनिक सर्च, सोशल मीडिया, रेफरल और डाइरेक्ट ट्रैफिक में क्या अंतर है, जानें।

यूज़र के बिहेवियर को एनालाइज करें: बाउंस रेट, एवरेज सेशन ड्यूरेशन और कन्वर्शन रेट क्या बताते हैं, जानें।

एसईओ टूल का इस्तेमाल करें: Semrush, Ahrefs, Moz जैसे टूल का इस्तेमाल कीवर्ड रिसर्च, एनालिसिस और साइट ऑडिट के लिए करें।


2. ए/बी टेस्टिंग: अलग-अलग हैडलाइन, मेटा डिस्क्रिप्शन या एड कॉपी का टेस्ट करके ये पता करें कि कौन सा वर्ज़न बेहतर काम करता है। ओप्टिमाइजेशन बहुत ज़रूरी है।



एक्सपर्ट मार्केटर बनने के लिए ये करें

सीखने के लिए ज़रूरी है कि आप हर तरह से एक्टिव रहें:


किसी एक चीज में एक्सपर्ट बनें: डिजिटल मार्केटिंग बहुत बड़ा है। बेसिक्स सीखने के बाद, किसी एक एरिया (जैसे - एसईओ, पीपीसी, कंटेंट या सोशल मीडिया) में एक्सपर्ट बनना शुरू करें।

नेटवर्किंग: डिजिटल मार्केटिंग मीटअप, वेबिनार और ऑनलाइन ग्रुप (जैसे लिंक्डइन) में हिस्सा लें। दूसरे मार्केटरों से सीखना आपके नॉलेज को बढ़ाएगा।

बदलाव को अपनाएं: एसईओ एंड डिजिटल मार्केटिंग, एल्गोरिदम, यूज़र बिहेवियर और टूल हमेशा बदलते रहते हैं। Google के अपडेट को पढ़ें और समझें।


एसईओ और डिजिटल मार्केटिंग सीखने का सही तरीका है कि आप प्लान बनाकर चलें, प्रैक्टिस करें और हमेशा सीखते रहें।

  • बेसिक्स को गूगल और हबस्पॉट जैसे सोर्स से मजबूत करें।
  • अपनी वेबसाइट को प्रैक्टिस के लिए अपना लैब बनाएं।
  • डेटा को पढ़ना और उसके बेस पर डिसीजन लेना सीखें।
  • हमेशा सीखते रहें।

सक्सेस इस बात से नहीं मापा जाता कि आपके पास कितने सर्टिफिकेट हैं, बल्कि इससे कि आपने कितने अच्छे एड चलाए, कितना ट्रैफिक मिला और कितने कन्वर्ट हुए। इसलिए पढ़ना बंद करें और करना शुरू करें! यही इन स्किल में एक्सपर्ट बनने का सही तरीका है।

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